भाग 8“मेरी सोच बहुत सुधरी हुई है प्रीत! तुम सिर्फ मेरी हो। जब मैं हूँ तुम्हारी ज़िंदगी में तो किसी और को रिझाने की क्या ज़रूरत है?” अमोल ने प्रीति को कस कर बाहों में भरते हुए कहा। “मैं मानती हूँ अमोल कि मैंने डांस लोगों को और लड़कों को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए किया था। उस समय मेरी सोच ये थी कि मुझे भी एक बॉयफ्रेंड चाहिए। पर आज मैं ऐसा नहीं सोचती। आज मैं अपने डांस को प्रोफेशन बनाना चाहती हूँ।” प्रीति के ऐसा कहते ही अमोल गुस्से से आग-बबूला हो उठा। उसने एक हाथ प्रीति