अब सतरुपा ये सोचने लगी कि वो अपनी जान कैंसे बचा सकती है,इसलिए वो इधर उधर अपनी नजरें दौड़ाने लगी कि काश ऐसा कुछ मिल जाएँ,जिससे वो कैंसे भी करके इस फार्महाउस से निकलने में कामयाब हो जाए और तभी उसकी नजर वहाँ रखे कबाड़ पर पड़ी,वहाँ उसे एक लाइटर दिखा जो कि सामान के बीच पड़ा था,लेकिन वो उससे बहुत दूर था,क्योंकि वो कुर्सी जिससे उसे बाँधा गया था,वो स्टोररूम के बिलकुल बीचों बीच रखी थी,सतरुपा को कैंसे भी करके उस कुर्सी को उस लाइटर तक ले जाना था,इसलिए वो अब धीरे धीरे उस कुर्सी को उस पर बैठे