लाल इश्क - भाग 1

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दोपहर का समय था उज्जैन के सड़कों पर पुलिस गाड़ियों कि सायरन बजाती हुई शिप्रा नदी कि ओर बढ़ी ....उज्जैन के पूरी सरकारी महकमों में हलचल हुई और राहत कार्य के लिए उज्जैन कलेक्ट्रेट परिसर पर फोन कि घंटियां घनघना उठी....पीए साहब दौड़ते हुए उज्जैन आईपीएस अधिकारी मिस सुगंध चौधरी के केबिन में दरवाजा नॉक करके अंदर आया मैडम फोन पर अपने अधिकारियों से बात कर रही थी जब उसने फोन डिस्कनेक्ट किया तो पीए साहब ने कहा मैडम गाड़ी तैयार है ..आईपीएस सुगंध चौधरी अपने चेयर से उठी और फोन पकड़ कर लंबी डग भरते हुए बोली