मेरे खुशियों की वजह हो तुम.... - 2

  • 2.5k
  • 1.1k

मेरे खुशियों की वजह हो तुम....2(Note:- मैं कहानी ढूंढता रहा, इस कहानी के किरदार मेरे जहन में हमेशा रहते थे, इस कहानी का दूसरा पार्ट आने में इतना वक्त इसलिए लग गया क्यू की में अपने निजी के मे व्यस्त था, कुछ कारणों के कारण कहानी अधूरी छूटती जा रही थी, में लिखता और वो मुझे उस किरदार को न्याय देने लायक वो हिस्सा खाली लग रहा था... तो कुछ वक्त तक मैने लिखना छोड़ दिया था। फिर एक दिन ऐसा आया कि मुझे उन किरदारों ने फिर आवाज लगाई...और कहने लगे कि हमें उन पन्नों पे फरसे आना है...)में