निगाहें लाख चुरा लो तुम

1.मैं "हिंदी" का "आलिंगन" हूँ, वो "उर्दू" में "आग़ोश"उसको मेरे "बाजुओं" में सुकूँन है, मैं उसकी "बाहों" में मदहोश...!!2.बड़ी तबियत से पूछाउसनेकि कौन हूँ मैं... एक मुस्कान के साथहमने भी जवाब दिया...हर लफ्ज़ को तुझसे जोड़कर शायरी कर लूँ वो वजह हो तुम...3.ख़ुमार - ए - इश्क से बेहतर मिज़ाज भी नहीं कोई... मर्ज़ - ए - मोहब्बत का मगर इलाज भी नहीं कोई... 4.सिमटकर बैठे हे... अरमान सारे के सारे, वो सुनने आऐ... तो मे अपनी सुनाऊ...5.पुकार लिया करो मेरा नाम सरेआम तुम भी कभी - कभी...महबूब के होठों पर कुछ देरठहर कर मैं भी तो देख लूँ...!!6.ना कर