इश्क़ की ख़ुशबू

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1.बहुत खूबसूरती देखी पर न जाने क्यूं तुम्हारी सादगी और मासूमियत जैसी खुबसूरती कहीं और दिखती ही नही...2.छुपाऊ तो छुपाऊ कहाँ...ये चेहरे पर फैली हया... तेरे नाम लेने से ही जो...रूखसार पर बिखर जाती है... 3.तुम पर लिखते लिखते एक अरसा हो गया, सच में मुझे लिखना आता ही कहां है, अगर आता, तो तुम्है न लिख देता...! 4.कुछ इस कदर सुकूंन दिल में बसाया ... तुम नहीं आये ... तो तुमारे ख्यालों को बुलाया5.काश वो आकर कहे एक दिन मोहब्बत सेये बेसब्री कैसी तेरी हूँ तसल्ली रख 6.वो हर बार पहली मुलाकात की तरह मिलती है मुझे...! मुझे हर