लम्बा सफर हैं - मोहब्बत का

1.जी करता है तुम्हें जी भर के देखूँ... लेकिन माशाअल्लाह ये है जी भरेगा कब...2.ये खामोश से लम्हें ये गुलाबी ठंड के दिन,तुम्हें याद करते - करते एक और चाय तुम्हारे बिन... 3.आँखो में आँसू और दिल में कुछ अरमान रख लोलम्बा सफर हैं मोहब्बत काजरुरी सामान रख लो...!!4.हमने ऐसी, क्या खता कर दी, जो, काबिल ए माफ़ी नहीं है...!! तुझे देखा नहीं, जी भर कर... क्या ये सज़ा, काफ़ी नहीं है...!!5.दुनिया मे ऐसी कोई दिलचस्पी नहीं...!जो मेरा ध्यान तुम से हटा दे...!!6.वो दिल ही था जो तुझसे हार गया... वरना जहाँ हमने दिमाग लगाया फतेह ही पाई... 7.प्रेम ये