अंगद - एक योद्धा। - 7

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अंगद ने मनपाल को रोकना नहीं चाहा, शायद वह जानता था कि उनके मस्तिष्क में उस समय क्या द्वंद चल रहा था। कुछ क्षण अंगद वहां रुक गया जैसे वह मनपाल की कही बातों पर विचार कर रहा हो, परंतु शीघ्र ही उसे ध्यान आया कि उसे भ्रमण को जाना है। वह अस्तबल गया और घोड़ा तैयार किया। पहले अपनी मां से मिलने गया और फिर वन की ओर निकल गया। माँ से उसने ज्यादा बातें नहीं करी, संध्या में लौटूंगा कहकर चला गया। वन उसकी पसंदीदा जगह थी अपने घर वह सिर्फ अपने माता-पिता के कारण जाता था अन्यथा