नागफनी के कांटे 'जीवन और इसके दंश [ नीलम कुलश्रेष्ठ व तृप्ति अय्यर ] [डॉ .सुधा श्रीवास्तव जी को मैं अहमदाबाद रहने आने से बरसों पूर्व से जानती थी क्योंकि इनकी कुछ रचनाएं साहित्य की मुख्यधारा से जुड़कर चर्चित हो चुकीं थीं। डॉ अंजना संधीर ने जो 'स्वर्ण कलश गुजरात 'गुजरात की 41 महिला कथाकारों की कहानियों का संग्रह सम्पादित किया है उसमें गुजरात की की तीन वरिष्ठतम कहानीकारों आशा टंडन, कांति अय्यर में सबसे अधिक साहित्यिक योगदान सुधा जी का है। सुधा जी अस्मिता, महिला बहुभाषी साहित्यिक मंच की अध्यक्ष हैं। सन 2018 में हम मुम्बई जाकर बस गए