प्यार के पंछी

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1.मेरा प्यार ... रोज ब रोजबढ़ता हीजा रहा है ... उसे मालूमहै जबकि ... तुम मेरी होनही सकती ... फिर भी ... हर हद कोपार कर ... बेहद होरहा है ... जैसे मेरे ... सांसों की डोरतुमसे बंधी हो ... और ये ..तुम बिनटूट जाएगी ... धड़कन थम जाएगी ... फिर भी ... बेइंतेहा प्यारकिए जा रहा ... 2.क्यूंकि, तुम मेरी सोच मे हो ... कोई और तुम्हे सोचे गंवारा नही ... क्यूंकि, मैं तुम्हे चाहता हूं ... कोई और तुम्हे चाहे गंवारा नही ... क्यूंकि, तुम मेरी आईना हो ... कोई और तुम्हे देखे गंवारा नही ... क्यूंकि, तुम