1.दुनिया की बेफिक्री से फुरसत मिले और कोई पूछे कि कौन हूँ मैं आपका...! तो बताना उसे,कि आपकी किसी कहानी का अनकहा किस्सा हूँ मैं...! आपसे मिलकर भी जो कभी ना मिल सका,आपकी जिंदगी का वो हिस्सा हूँ मै...! तसल्ली से पढ़ा होता तो समझ आ गया होताबिना पढ़े ही पलट दिया... आपके ही किताब का वो अभागन पन्ना हूँ मै...! आपको पाने की तमन्ना नहीं फिर भी खोने का डर हैइतनी शिद्दत से देखा हुआ मोहब्बत का आयाम हूँ मै...! जिसका क्षेत्रफल आपके सोच पर आधारित हैऐसा वो शून्य हूँ मैं...!2.ज़िंदगी के किसी ना किसी मोड़ पर मिलन होगा