"अगर मेरी जगह मेघना और मेघना की जगह मै होता तब भी तुम यही कहती माँ। तब क्या तुम मुझे नहीं मनाती नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए फिर मेघना क्यों नहीं? "अभिषेक बोला तो संगीता ने भरी आंखों से उसकी तरफ देखा।"वह क्यों काटे अपनी जिंदगी दुख के साथ में उसे दुखी नहीं देख सकता और शायद आप भी नहीं देख सकती।" अभिषेक बोला। संगीता की आंखों में रुके आंसू गालों पर फैल गये।"सिर्फ इसलिए उसे दुख और दर्द भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर दें क्योंकि वह औरत है आपकी बेटी नहीं आपकी बहू है! अभिषेक