आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 2

  • 993
  • 519

सौरभ और उसके मम्मी पापा के जाने के बाद अभिषेक अपने कमरे में आया। मेघना फर्श पर बैठी घुटनों में सिर दिए रो रही थी। "यह क्या हो गया है अभिषेक को? कैसा पागलपन सवार हो गया है इनके दिमाग पर ?क्या करना चाहते हैं ? वह ऐसा नहीं कर सकते? मैं अभिषेक के अलावा किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकती...! नहीं नहीं कभी नहीं ....! मैं उनकी बात नहीं मानूंगी बिल्कुल नहीं मानूंगी...! हर समय सिर्फ अपनी मर्जी चलाते हैं। बड़े हैं तो क्या हर समय मुझे इसी तरीके से अपने हिसाब से चलाते रहेंगे...!" मेघना