संध्या अब इस कोशिश में रहती थी की मालिनी सांझ से ना मिल पाए। वह मालिनी की बच्ची को ही मालिनी से दूर करना चाहती थी। उसका सोचना था कि अब सांझ को उसने गोद ले लिया है तो अब सांझ पर सिर्फ उसका अधिकार है। क्यों मालिनी अपना प्यार जताती है..? और इधर मालिनी को भी यह बात बर्दाश्त नहीं हो रही थी तो एक दिन दोनों के बीच बहस हो गई और मालिनी ने कहा कि उसकी बच्ची उसे वापस कर दे और अनाथ आश्रम से कोई दूसरी बच्चा ले ले। यही शायद मालिनी से भी भूल हो