रंगों से भरी ज़िन्दगी

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1. शराफ़त का चोला एक कबूतर और क़बूतरी पेड़ की डाल पर बैठे थे. उन्हें बहुत दूर से एक आदमी आता दिखाई दिया. कबूतरी के मन में कुछ शंका हुई, और उसने क़बूतर से कहा कि चलो जल्दी उड़ चलें, नहीं तो ये आदमी हमें मार डालेगा. क़बूतर ने लंबी सांस लेते हुए इत्मीनान के साथ क़बूतरी से कहा ~ उसे ग़ौर से देखो तो सही, उसकी अदा देखो, लिबास देखो, चेहरे से शराफत टपक रही है, ये हमें क्या मारेगा. बिल्कुल सज्जन पुरुष लग रहा है. क़बूतर की बात सुनकर क़बूतरी चुप हो गई. जब वह आदमी उनके क़रीब