दिल मे हो तुम

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1.हां मुझे इश्क़ है...सुनो...तुम समझोगे नहीं लेकिन,फिर भी बता दूं तुम्हे, कि हां मुझे इश्क़ है तुमसे,और खुद से भी क्यूंकि,मुझमें भी तुम ही तुम रहते हो,मेरे सीने में धड़कन कि तरह,मेरे दिल में सांसों कि तरह,मेरे दामन में खुशबू की तरह,मेरी बातों में मिठास की तरह,मेरी जिस्म में रूह की तरह,मेरे सजदों में इबादत की तरह,मै जिन बारिशों में भीगी उन बूंदों की तरह,मुझे छूकर गुजरने वाली उस हवा की तरह,मेरे आंखो में लगे काजल की तरह,मेरे होंठो की उस हलकी सी लाली की तरह,मुझे मिलता नहीं ऐसा कुछ भी,जहां या जिसमें तुम नहीं शामिल,तो बताओ किया न मैंने