51 नैना तन्मय ने दोबारा से लेटर पढ़ना शुरू किया। उसमें लिखा है, अभिमन्यु! "मैं जानती हूँ मेरा तुम्हें इस तरह बिना बताए जाना अच्छा नहीं लग रहा होगा। मैं भी क्या करो, मैं'बहुत मजबूर हो। मैं तुम्हारे साथ नहीं रह सकती। मैंने अलग ज़िन्दगी 'जीने का फैसला कर लिया है और हाँ इस नई ज़िन्दगी में तन्मय मेरे साथ होगा। मैं बहुत जल्द उसे आकर ले जाऊँगी। तुम्हें शायद तलाक के पेपर मिल चुके होंगे। मेरे आने तक तन्मय का ख़्याल रखना।" तन्मय की माँ नैना !!!! अभिमन्यु को अन्दाज़ा तो था, पर