आप मेरे हो

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1.प्रेम में मांगा नहीं जाताप्रेम में दिया जाता है प्रेम किया नही जाताप्रेम हो जाता है प्रेम में स्वार्थ नहीं होताप्रेम में निश्चल होना होता हैप्रेम को मापा नही जाता प्रेम को भक्ति की तरह किया जाता है प्रेम एक तरफा भी होता है प्रेम को दूर से भी निभाया जाता हैप्रेम बार बार नही होता प्रेम एक ही बार में संपूर्ण होता हैप्रेम पागल नहीं होता प्रेम में धैर्य रखना होता है प्रेम को सोचा नहीं जाता प्रेम एक सतत प्रक्रिया हैप्रेम में किसी को बांधा नही जाताप्रेम में इंसान खुद बंध जाता हैप्रेम में बहाव होता है प्रेम