आँच - 16 - दो गज़ ज़मीं न मिल सकी !(भाग-2)

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अध्याय सोलह दो गज़ ज़मीं न मिल सकी !बेगम हज़रत महल, नाना साहब, मम्मू खाँ, बालाराव, राणा वेणीमाधव सिंह, राजा देवीबख़्श सिंह बैठे नेपाल के राजा जंग बहादुर द्वारा पेश की जा रही दिक्क़तों पर चर्चा कर रहे थे। राण की फ़ौजें अँग्रेजों के साथ थीं। पर यहाँ शिवालिक में विद्रोहियों को भी राणा तंग करेंगे, ऐसी उम्मीद नहीं थी।नाना ने बात शुरू की ‘राणा की सेनाएँ हमारे विपक्ष में थीं। उन्होंने अवध की सभी लड़ाइयों में अँग्रेजों का साथ दिया। राणा हम लोगों को हिमालय से भी निकालना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि हम अँग्रेजों के सामने आत्म