3. सुरक्षा-कवच. अपनी *पर-कटी चिड़िया* की सुरक्षा और सुरक्षित स्थान को लेकर पाखी बहुतचिन्तित थी। वह एक ऐसे स्थान की तलाश में थी जहाँ उसकी *पर-कटी* को सम्पूर्ण-सुरक्षा मिल सके और उसकी उचित देखभाल भी हो सके। और जब उसके मन में सम्पूर्ण-सुरक्षा और सुरक्षा-कवच का ख्याल आया तो उसे पक्षियों के पिंजरे से अधिक सुरक्षित और दूसरा कोई भी स्थान नज़र नहीं आया। जिसमें बन्द होने के बाद, पक्षीस्वयं में पूर्ण रूप से सुरक्षित हो जाता है और फिर उसे किसी भी सुरक्षित स्थान पर रखा जा सकता है। वहाँ पर उसके लिये दाना-पानी आदि की व्यवस्था भी की