साथिया - 56

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"वह मैं आपको अभी...!" अवतार अभी इतना ही बोले थे कि गजेंद्र ने उनके हाथ से वह कागज और उसके साथ ही फोन ले लिया और पढ़ने लगे। पढ़ते-पढ़ते उनका चेहरा कठोर हो गया और उन्होंने कागज निशांत के हाथ में थमा दिया। निशांत ने उसे कागज को पढ़ा तो उसके आंखें भी लाल हो गई और चेहरा गुस्से के कारण काला। "यह ठीक नहीं किया नेहा ने गलत किया..!" निशांत गुस्से से बोला तभी सुरेंद्र ने उसके हाथ से कागज लिया और पढ़ा तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई.! "वो निकली कैसे? " गजेंद्र बोले! " उसका