आदि- बन्धुविराज भगवान विरसा मुंडा आदिवासी समाज के अभिमान के रूप में जाने जाते है ।भगवान विरसा मुंडा के जन्म दिवस को आदिवासी आदि बन्धु दिवस के रूप में मनाने का निर्णय आदिवासी कल्याण सहकारी समिति एव आदिवासी कल्याण परिषद कि सहमति मनाया जायेगा। विराज का कोई उद्देश्य भारत की गौरवशाली परम्परा के अंतर्गत समभाव से आदिवासी समाज के विकास के जागृति एव जागरण करना ही था ना कि भारत के अक़्क्षुण सामाजिक विरासत के एकात्म भाव के साथ भेद भाव करना ।स्प्ष्ट था आदिवासी समाज स्वंय को अपनी परम्पराओ के साथ विकास की सच्चाई को स्वीकार करने के लिए