प्यारी बेटी

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प्यारी बेटी (बेटी है तो कल है) किसी गाँव में एक परिवार रहता था। उस परिवार में गणेश अपनी पत्नी रेखा, छोटा बेटा दिनेश, बहू विमला, पौत्री अनन्या के साथ रहता था। गणेश का बड़ा बेटा विकास बड़े शहर में एक अंतर्राष्ट्रीय कम्पनी में प्रभारी के रुप में कार्यरत था।नातिन अनन्या के जन्मदिन पर गणेश को बड़ी खुशी हुई थी। गणेश चाहता भी था कि उसके घर में लक्ष्मी आये। घर के अन्य सदस्य बेटा चाहते थे। बहू विमला घर का कोई काम नहीं करती थी। वह हर समय पति के साथ रहने की जिद करती थी। वह कभी भी