बदले की रात छोड़ो,बदले का दिन भी हमें मंजूर नहीं होना चाहिए। गीता में कहा गया है की "क्या लेकर आए थे और क्या लेकर जाना है " तो फिर किस बात के लिए अपने मन को ,अपनी आत्मा को दु:खी करे और क्यू करे। कोई आपकी जिंदगी में आता है । तब वह इंशान बहुत खास,सबसे अलग लगता है एक पल के लिए उससे दूर रह नही सकते, फिर क्यू कुछ ही नाराजगीयो से दूर होने पर सबसे कड़वा बन जाता है आखिर इंसान तो वही है। सिर्फ समय और परिस्थिति ही एक मात्र वजह है जिससे अपने बोलने,देखने