साथिया - 46

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देखते ही देखते हैं शुक्रवार का दिन आ गया और आज ही के दिन नेहा की सगाई होनी थी। घर में पकवान बन रहे थे। हलवाई लगे हुए थे और तैयारी हो रही थी। नेहा ने देखा तो अवतार सिंह और भावना के पास आ गई। "क्या हुआ? कुछ प्रोग्राम है क्या कोई पूजा रखी है क्या आप लोगों ने? इतना सारा खाना पीना बन रहा है और सब डेकोरेशन भी हो रही है।" नेहा ने कहा। "बेटा तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है आओ बैठो मेरे पास..!" अवतार सिंह ने कहा तो नेहा उनके पास चारपाई पर जाकर बैठ