सुविचार संग्रह

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1.कितने खुबसूरत हुआ करते थेबचपन के वो दिन,सिर्फ दो उंगलिया जुड़ने से,दोस्ती फिर से शुरु हो जाया करती थी...2.इधर उधर से रोज यूँ ना तोड़िए हमें,अगर खराब हैं तो फिर छोड़िये हमें...3.अब उसकी हर बात पे चुप रहता हूँ, हम - सा पत्थर भी कोई क्या होगा...?4.ज़िन्दगी में सब कुछ आसान लगने लगता है,जब हमारा परिवार हमारे पास होता है।5.आँखे हँसती हैं, मग़र दिल ये रोता है,जिसे हम अपनी मंजिल समझते हैं,उसका हमसफ़र कोई और ही होता है...6."प्यार अगर सच्चा हो तो... कभी नहीं बदलता... ना वक्त के साथ... ना हालात के साथ..."7."हमारे दरमियां की रजिंशेजम़ाने को न बता मोहब्बत