अपने जीवन को खुलकर जीना सीखो......

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आते रहते हैं जीवन में सुख दुःख ऐसे, जैसे आई हो ठंड में सुनहरी धूप के बाद घनेरी धुंध और सुख ऐसे आते हैं कि भीषण गर्मी में, तपाती धूप में बरस रहे हो मेघ गरज गरज कर। इन सुख दुःख के मौसम से हमे आखिर घबराना क्यों...... ये तो आते हैं दिन रात की तरह। जीवन में सुख दुःख का होना भी अनिवार्य होता है। इनके आने से ही तो मानव लोहे सा मजबूत बनता है। हमने अपने जीवन में ऐसी अनेक कहानियों , उपन्यासों, कवि,ताओं और गीतों में विभिन्न साहसी वीरों और वीरगनाओ की गाथाएं सुनी हाेगी। इन