समतामूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 2 पिछले भाग मे आपने पढ़ा....... उसको अपने जीवन के शैशव मूल्यों में स्वतन्त्र विचरण करने दिया जाए । जिससे उसके जीवन की एक सीढ़ी सहज एवं सरल ढंग से व्यतीत हो सके । अब शेष आगे........ शिक्षा प्रणाली में एक रूपता लाने के लिए मेरे विचार से पाँच वर्ष से पंद्रह वर्ष की उम्र तक बच्चों पर पढ़ाई का बोझ न डालकर भाषा और गणित का हो ज्ञान कराया जाए। भाषा के माध्यम से उसको अपने देश की भिन्न - भिन्न विशेषताओं से अवगत कराया जाए । गणित के माध्यम से कठिन एवं