कॉलेज खत्म करके और भगवान के दर्शन करके सांझ अपने हॉस्पिटल पहुंच गई। उसकी इवनिंग शिफ्ट में ड्यूटी थी। उसने अपने कॉस्ट्यूम चेंज किया और नर्स की ड्रेस पहनकर अपने मरीजों की सेवा में लग गई। वैसे भी वैसे भी दूसरों की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म और सबसे बड़ा कर्म होता है और सांझ का दिल तो वैसे भी बहुत कोमल था। उसे पेशेंट की देखभाल करने में बहुत ही सुकून मिलता था। धर्म का तो पता नहीं पर उसने नर्सिंग को अपना कर्म क्षेत्र इसीलिए चुना था ताकि वह लोगों की सेवा कर सके। हालांकि उसके चाचा जी