(17) “मैं तो हमेशा ही मिस करता हूँ, जरा सी देर को कहीं या ऑफिस जाता हूँ और वह घर में होती हैं, तब भी मैं उन्हें मिस करता हूँ ।“ पापा मुसकुराते हुए बोले । “क्या पापा, अभी सुबह से ही मजाक के मूड में आ गए, अच्छा आप टहलने जाओ मैं उठ रही हूँ ।” पापा को चाहें कितनी भी तकलीफ क्यों न हो वे कभी भी किसी को बताते ही नहीं हैं बल्कि तकलीफ या दुख में वे कुछ ज्यादा ही खुश नजर आने लगते हैं । “नहीं जाना आज मुझे टहलने को ।“ “जाना है, जाना