बाल गीत1. घोड़ा... तांगे में भी ये है लगता। और लड़ाई में है लड़ता।। बहादुर भी है इस पर चढ़ता। सरपट दौड़े कभी न अड़ता।। सर्कस में ये खेल दिखाता। घास चने खुश होकर खाता।।2. तोता... हरियल तोता बड़ा निराला, 'गंगा राम' कहलाता है। आम, लोची, संब, सन्तरे, बागों में ये खाता है। पिंजरे में भी खुशी से रहता, राम-राम फिर सबसे कहता।3. रेल... एक एक करती आती रेल।आग और पानी का खेल।। दूर दूर की सैर कराती। नदियाँ, पर्वत पार कराती ।। किसी को दफ्तर, पर पहुंचाती। बिछड़ा को ये पुनः मिलाती।।4. वायुयान... हवा में सर-सर उड़ा जाए। चीन,