हास्य आलेख चन्द्रलोक की यात्रा : सपने एक यथार्थ******************** चाँद की महिमा और गरिमा जानने की उत्सुकता में कल चाँदनी रात में अकेले ही चंद्रलोक की यात्रा पर निकल पड़ा। अब ये मत पूछना कि मैं आखिर जा कैसे रहा था। वैसे भी यह राज़ की बात है जिसे आपको बता ही देता हूँ इस शर्त के साथ कि आप इसको राज़ ही रखेंगे, वैसे नहीं भी रखेंगे तो भी मुझे कोई फ़र्क तो नहीं पड़ेगा,उल्टे भविष्य में आपकी आसान होने वाली चंद्रलोक यात्रा पर ग्रहण ज़रूर लग सकता है, क्योंकि मैं तो कोई सहूलियत देने से रहा। वैसे भी