अखबार के क्लासिफाइड विज्ञापन (सच्चा प्यार ) आदतन अखबार पढ़ने के शौकीन सींक जैसी टांगों के मालिक, देवराज इंद्र के वज्र सरीखे बलिष्ठ शरीर के स्वामी, राजस्थान की मरु-भूमि मे उगी झाड़ियों जैसे चंद केशों के पर हाथ फिराने के परम शौकीन "बलवान चचा" जिन्हें लोग पहलवान चचा भी कहते है , वो दीदा (आंखें) फाड़े अपलक दैनिक अखबार के वैवाहिक विज्ञापन वाले पृष्ठ को किंकर्तव्यविमूढ़ से निरंतर घूरे जा रहे थे। उनके सफाचट चेहरे को देख कर अंधे व्यक्ती को भी ऐसे आश्चर्य अलंकार से अलंकृत थोबड़े के विस्मयकारी भाव का बोध दिख जाए। बड़ी दिमागी जद्दोजहद मे उलझे