ज्यातिष एव शुभ अशुभ विचार---मनुष्य सदैव से जागरूक एव ईश्वर वाद के जीवन दर्शन को स्वीकार करता है एव अपने पल प्रहर प्रति दिन के जीवन मे ईश्वर का आशीर्वाद मार्ग दर्शन चाहता हैं ।मगर अनीश्वरवादी लोंगो का मानना है कि शुभ अशुभ मानव मन की कल्पना है काल अपनी गति से चलता है एव उसमें उतार चढ़ाव किसी शुभ अशुभ के कारण नही होता मगर यह सत्य है कि व्यक्ति के जीवन मे घटने वाली घटनाओं के संकेत मिलते है जिससे मनुष्य सतर्क हो जाय तो हानि को कम किया जा सकता है।जब घर से कही बाहर जाते समय