धैर्य कि दृष्टि धनपत राय कि लेखनी

  • 2.8k
  • 2
  • 1k

धैर्य कि दृष्टि धनपत राय की लेखनी -मुंशी प्रेम चन्द्र जी का जन्म 31 जुलाई 1880 को वाराणसी के लमही गाँव मे एक सम्पन्न कायस्थ परिवार में हुआ था ।प्रेम चन्द्र जी उपन्यासकार कहानीकार विचारक एव पत्रकार थे डेढ़ दर्जन उपन्यास सेवा सदन,प्रेमाश्रम,रंग भूमि ,निर्मला ,गबन,गोदान,कर्मभूमि एव कफ़न ,पूस कि रात दो बैलों कि जोड़ी नमक का दरोगा ,नशा सहित लग्भग 300 कहानियां लिखी ।प्रेम चन्द्र जी की मृत्यु 8 अट्यूबर 1936 को वाराणसी में लगभग 56 -57 वर्ष में हो गया था।मेरा स्प्ष्ट मत है जो जीवन दर्शन में प्रासंगिक एव सत्य है कि किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व