जीने का हकरात को सबके सो जाने के बाद मालती ने अपने पति जयंत के कान में धीरे से फुसफुसाया, ‘‘अजी सो गए क्या ?’’‘‘नहीं, क्या बात है मालती ? मैं देख रहा हूँ कि तुम पिछले कुछ दिनों से बहुत ही परेशान लग रही हो, आखिर हुआ क्या ?’’ जयंत ने पूछा।‘‘परेशानी की ही तो बात है जी। हमारी रीना अब तेरह साल की हो चुकी है।’’ कहकर रुक गई वह।‘‘तो क्या हुआ ? उम्र तो रुकने से रही न ? इसमें परेशान होने की क्या बात है ?’’ जयंत ने सहज भाव से कहा।‘‘उसे अब तक महीना शुरु