कुछ दिन यूं ही बीत गए। सांझ शालू और मनु अपनी अपनी पढ़ाई में लगी हुई थी तो वही अक्षत के फाइनल एग्जाम आने वाले थे तो वह भी अपनी तैयारी में लगा हुआ था। उसके बाद उसकी यह यूनिवर्सिटी छूट जाएगी इस बात का उसे बहुत अफसोस भी था पर उसने साथ ही साथ एक बात मन में तय कर ली थी।"क्या क्या हुआ अगर यूनिवर्सिटी में मैं पढ़ाई नहीं करूंगा पर मनु को छोड़ने और लेने तो जा ही सकता हूं ना इसी बहाने सांझ की एक झलक भी देख लिया करूंगा। इससे ज्यादा मुझे अभी कुछ चाहिए