दोनों उसी दिन से काम पर लग गए थे सीमेंट फैक्ट्री में पत्थर उठाकर क्रसर तक ले जाने होते थे । काम तो मेहनत का था लेकिन अब करना तो था ही ना । शाम को जब काम से छूटे तो वो सोच रहे थे कि रात में यहीं फैक्ट्री में ही कहीं पड़ जाएंगे कोई जगह और है भी तो नहीं हमारे पास । तभी चौकीदार ने आकर बताया कि साहब ने कहा है कि फैक्ट्री के पीछे ही मजदूरों के लिए क्वार्टर्स बना रखें एक क्वार्टर में 5-7 दिन रहने के लिए साथ में व्यवस्था करवा दी है