मित्रों,मुझे एक फ़िल्मी गीत बहुत पसंद है।जिसके बोल हैं; "ज़िन्दगी इक सफ़र है सुहाना,यहां कल क्या हो किसने जाना।"सचमुच जीवन में हम हर क्षण एक सफ़र पर होते हैं और वह सफ़र अगर सुहाना हो और नजारे हसीं हों तो क्या कहने ! आप जानते ही हैं कि जीवन के झमेले कम नहीं होते हैं इसलिए उसे प्यार की झप्पी और हिम्मत और हौसला देते रहने के लिए पर्यटन एक टानिक का काम करता है।साल में एक बार ही सही अपने परिवार के साथ घर से दूर जाइये और कुछ दिन वहां बिताइये ,निश्चित रुप में आप अद्वितीय आनन्द पाएंगे