फादर्स डे - 67

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लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 67 मंगलवार 18/07/2000 सातारा पुलिस की जांच-पड़ताल और सवाल-जवाबों का सिलसिला चालू था। लहू ढेकणे को कोर्ट में हाजिर करने के बाद आठ दिन की यानी 24 जुलाई तक की पुलिस कस्टडी ले ली गई थी। पुलिस को अब उससे अधिक पूछताछ की आवश्यकता भी नहीं थी। साई विहार में सभी उदास थे। एकदम गुमसुम। उदासी के बादल घर से हिलने का नाम ही नहीं ले रहा था। फिर भी सूर्यकान्त मित्रमंडली के साथ दौड़भाग कर रहा था। संकेत अपहरण केस का खुलासा हो चुका था। कुछ भी शेष नहीं था। सरकारी सिक्योरिटी पुलिस विष्णु मर्डेकर