अनुपयोगी पदार्थो की बढ़ती समस्या

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यशवन्त कोठारी इन दिनों विश्व भर में अनुपयोगी पदार्थों की समस्या तेजी से बढ़ रही है । इन अपशिष्ट पदार्थों में दूषित जल, हवा, प्लास्टिक व इनसे बने उपकरण, धातुगत अपशिष्ट पदार्थ, उर्बरक, रबड़, कपड़ा, औषधियां आदि हैं । वैज्ञानिक इन पदार्थों से छुटकारा पाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं । ताकि इन अनुपयोगी व्यर्थ के पदार्थों से छुटकारा दिलाकर पर्यावरण को शुद्ध किया जा सके । भारत में 142 प्रथम श्रेणी के नगरों में उत्पन्न होने वाले मल जल की निकासी की व्यवस्था मुश्किल से 4 प्रतिशत जनता को उपलब्ध है । राजस्थान में तो और भी