फादर्स डे - 40

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लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 40 बुधवार 29/12/1999 प्रतिभा यंत्रवत काम कर रही थी। सौरभ बिना किसी जिद के चुपचाप सिर नीचे करके नाश्ता कर रहा था। विष्णु भांडेपाटील भोजन का डिब्बा लेकर भोर के ऑफिस के लिए रवाना हो चुके थे। संकेत के गायब होने के बाद से सूर्यकान्त का कामकाज में बिलकुल मन नहीं लग रहा था। ऑफिस की सारी जिम्मेदारी विवेक भांडेपाटील और शेखर देशमुख ने इतनी अच्छी तरह से संभाल ली थी कि कामकाज संबंधी कोई भी परेशानी सूर्यकान्त तक पहुंच ही नहीं पाती थी। सूर्यकान्त के हाथ एक पुराना फोटो लगा। मित्रमंडली के साथ संकेत को