फादर्स डे - 37

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लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 37 शनिवार -13/12/1999 न शिरवळ वासियों को न ही स्वतः सूर्यकान्त को इस बात पर विश्वास हो रहा था कि अजीत दादा पवार जैसा वरिष्ठ और धुरंधर नेता इतनी तत्परता और सहजता से संकेत की खोज के लिए आगे आ सकता है। और तो और, खुद सातारा एसपी सुरेश खोपडे साई विहार को विजिट देंगे और आधा घंटा वहां रुकेंगे, यह भी कल्पना से बाहर की बात थी। भांडेपाटील परिवार का आत्मविश्वास अब मजबूत हो गया था कि संकेत अवश्य ही वापस आएगा। जल्द से जल्द वह मिल जाएगा। कुछ लोग समय की नब्ज बखूबी पहचानते