फादर्स डे - 18

  • 2.1k
  • 1k

लेखक: प्रफुल शाह खण्ड 18 गुरुवार, 02/12/1999 संकेत को गुम हुए आज चार दिन हो गए। नीरा नदी निरंतर मंथर गति से बह रही थी। दो सिपाही नदी के किनारे चलते हुए आपस में बात कर रहे थे। वे गुमे हुए बच्चे के मामले में किसी सुराग की तलाश में थे। “हम न जाने यहां कितनी ही बार आए हैं...” “क्या ये संभावना है कि बच्चा नदी में डूब गया हो, या किसी ने उसे नदी में धक्का दे दिया हो?” “नहीं, बॉडी नदी के अंदर चार दिनों तक नहीं रह सकती...” “यह सही है। इस तर्क को माने सर