मेरे अनुभव मेरे ऐहसास

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️️ मेरे अनुभव मेरे एहसास सोचा है मैंने आज.क्यों न... कलम उठकर कर दूं इनका पर्दाफाश ️️बस इतना सा जान लो मुझको....दिल की क़लम से लिखते हैं अपने ज़ज्बात....चेहरे पर लिए फिरते हैं ढाई इंच की मुस्कान...गिरकर फिर से संभलने की कोशिश करते हैं ....जब खा लेते हैं धोखा ज़ोरदार...️️मौका और धोखा दोनों ही साथ चलते हैंकोई मौका पाने के लिए धोखा देता हैतो कोई धोखा देकर मौका पता है️️ प्यारी-सी मुस्कान के साथ करें खूबसूरत शुरुआत ....हर दिन गुजरेंगी खुशगवार ...️️तेरे चेहरे की उदासी सूर्यास्त है जिसे देखकर मैं भ