मैं ग़लत था - भाग - 10

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केवल राम की ही तरह मुन्ना और उसकी पत्नी भी भले राम के घर अपनी बेटी छुटकी का रिश्ता लेकर आए। मुन्ना लाल ने कहा, "समधी जी मुझे तुमसे कुछ मांगना है, क्या दोगे?" केवल राम ने कहा, "हाँ-हाँ मांग ना ज़रूर दूंगा।" "सोच ले केवल राम फिर मुकरना नहीं।" केवल ने सोचा कहीं कोई दहेज ...? तब तक फिर मुन्ना ने कहा, "अरे क्या सोच रहा है, बोल ना?" "अरे मुन्ना पहेलियाँ मत बुझा, मांग ले जो मांगना है। मैंने तो तुझे अपने जिगर का टुकड़ा दे दिया है। अब उससे बड़ा तो कुछ भी नहीं है। चल दे