मैं ग़लत था - भाग - 9

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छुटकी के प्यार का इकरार करने के बाद भी पंद्रह दिन गुजर गए लेकिन भले राम किसी से भी शादी की बात करने की हिम्मत जुटा ही नहीं पाया। आते-जाते छुटकी जब भी उसे देखती, भले नीचे सर करके निकल जाता। आखिरकार छुटकी समझ गई कि इससे तो ना हो पाएगा, यह भी उसे ही करना पड़ेगा। आज रात जब उसकी माँ खाना बना रही थी; तब छुटकी उनके पास जाकर बैठ गई और कहा, "अम्मा मुझे तुमसे कुछ कहना है, दरअसल मुझे तुम्हारी मदद चाहिए।" "भले से प्यार करती है तू और यही बात मुझसे कहना चाहती है, है