आत्ममंथन करना होगा

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आलेखआत्ममंथन करना होगा******************** हम सभी मानव हैं और आत्ममंथन हमारे जीवन का अहम हिस्सा है।यह अलग बात है कि हम अपनी सुविधा अनुसार ही आत्ममंथन करने के बारे में सोचते या करते हैं।जीवन के हर हिस्से में समय समय पर आत्ममंथन करना हमारे हित में है। जिसकी उपेक्षा हमें भारी पड़ सकती है और पड़ती भी है। साहित्य के क्षेत्र में भी हम सबको आत्ममंथन करना होगा कि आज सोशल मीडिया के बढ़ते दायरे के साथ साहित्यिक क्षेत्र में कदम रखने वालों की प्रतिदिन बढ़ती असीमित संख्या का परिणाम कितना सार्थक और सारगर्भित है। नित नये अवतरित होते आभासी पटलों