सौभाग्य का संकल्प************ सारिका का ब्याह हुए छः महीने हो गए ।भरा पूरा परिवार था, जिसमें सास ससुर, जेठ जेठानी और उनके बच्चे हैं। जेठानी सरकारी स्कूल में जॉब करती है लेकिन सारिका विशुद्ध गृहणी ही थी।घर का काम सब मिलकर आपसी सामंजस्य से निपटा लेती थीं। किसी को किसी से कोई बराबरी या ईर्ष्या द्वेष जैसा कोई भाव नहीं था। जेठानी स्कूल चली जाती तो सारिका अपनी सासू मां से पूछ कर कभी कभी पड़ोस की हम उम्र कंचन के यहाँ चली जाती थी। धीरे -धीरे सारिका के सीधेपन का फायदा उठाते हुए कंचन ने उसके कान भरनाशुरू कर