कभी गांव के कुत्ते बिल्ली संतोष के खाने के झूठे बर्तन चाटते थे, कभी संतोष अपनी एक बरस की बेटी को गाय भैंसों के आसपास अकेला खेलने के लिए छोड़ देती थी तो तब संतोष का पति सॉस उसे बहुत डांटते थे, तो उसे समय संतोष के पड़ोस की महिलाएं संतोष की मिसाल देकर अपने परिवार वालों से कहती थी "अगर हम भी संतोष जैसी लापरवाह और गैर जिम्मेदार होती तो घर बर्बाद हो जाता।"उनकी यह बात सुनकर उनके परिवार वालों की जुबानों पर ताले लग जाते थे।एक दिन संतोष की इस लापरवाही की वजह से एक मरखनी गाय संतोष